फ़र्टिलिटी क्लिनिक चुनने से पहले इन बातों पर जरूर ध्यान देना चाहिए

डॉ. मधुलिका शर्मा, फ़र्टिलिटी स्पेशलिस्ट, बिरला फ़र्टिलिटी एंड आईवीएफ, मेरठ
मेरठ : कई लोगों और दंपतियों के लिए माता-पिता बनने का सफर हमेशा आसान नहीं होता। जब प्राकृतिक यानि सामान्य तौर पर गर्भाधान चुनौतीपूर्ण हो जाता है तो फ़र्टिलिटी सपोर्ट लेने का फैसला सही होता है। इससे अपने बच्चे को जन्म देने की उम्मीदों को भी बनाए रखा जा सकता है। हालांकि, इसको लेकर अनिश्चितता, सवाल और कई अन्य संशय भी बने रहते हैं। डॉ. मधुलिका शर्मा, फ़र्टिलिटी स्पेशलिस्ट, बिरला फ़र्टिलिटी एंड आईवीएफ, मेरठ बताती हैं कि ऐसे में एक सही और बेहतर परिणाम देने वाले फ़र्टिलिटी क्लिनिक का चयन करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। सेंटर में अनुभवी मेडिकल स्टाफ और अन्य कई तरह की सुविधाएं और टूल्स उपलब्ध हैं—ये सबसे पहले ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि ट्रीटमेंट की सफलता इन बातों पर काफी अधिक निर्भर करती है।
एक ही स्थान पर केयर की पूरी रेंज
इनफ़र्टिलिटी आमतौर पर एक ही कारण के चलते नहीं होती है। इसे जीवनशैली, उम्र, किसी व्यक्ति विशेष के स्वास्थ्य से जुड़ी अलग अलग समस्याओं या यहां तक कि अस्पष्ट कारणों को भी इसका जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। प्रत्येक मामला अपने आप में अलग होता है, और हर मामले के अनुसार ट्रीटमेंट प्लॉन्स भी अलग अलग होने चाहिए। फ़र्टिलिटी क्लिनिक चुनते समय, ऐसा क्लिनिक चुनें जो एक ही लोकेशन पर सभी तरह की व्यापक सर्विसेज प्रदान करता हो। इनमें डायग्नोस्टिक्स से लेकर हाई-एंड एआरटी ट्रीटमेंट्स जैसे कि आईवीएफ, आईसीएसआई, एग्स और स्पर्म को फ़्रीज़ करना, जेनेटिक टेस्टिंग और कोरेक्टिव सर्जरीज शामिल हैं। ये सेंटर क्या निरंतर बेहतरीन केयर करता है और रोगी को विशेषज्ञों के पास चक्कर लगाने के मानसिक और वित्तीय संघर्ष से बचाता है।
हर कदम पर पारदर्शिता
किसी किसी मामले में फ़र्टिलिटी ट्रीटमेंट के अलग परिणाम भी सामने आ सकते हैं। मेडिकल टर्म्स, ट्रीटमेंट की समयसीमा और भावनात्मक तनाव के बीच, खोया हुआ महसूस करना आसान है। इसलिए पारदर्शिता एक लग्जरी नहीं है – यह एक जरूरत है। ऐसा क्लिनिक चुनें जो आपकी यात्रा के हर चरण को धैर्यपूर्वक समझाए: आपका डायग्नोसिस, आपके विकल्प, जोखिम और प्रत्येक सुझाव के पीछे का तर्क दे। सही टीम सिर्फ़ रोगियों का इलाज नहीं करती – वे उनका मार्गदर्शन करते हैं, उनके सवालों के जवाब देते हैं और भरोसेमंद भागीदार के रूप में उनके साथ खड़े होते हैं।
वित्तीय स्तर पर भी पूरी तरह से पारदर्शिता
आइए वास्तविकता को पहचानें: फ़र्टिलिटी ट्रीटमेंट, भोजन पर पैसे खर्च करने जैसा नहीं है, और इस पर आने वाला लागत खर्च अनुभव को बेहद तनावपूर्ण बना सकती हैं। क्लीनिक जो सभी चार्जेज, कंसल्टेशंस, प्रोसिजर्स, दवाओं, लैब्स वर्क- की लाइन-बाय-लाइन डिटेल के साथ स्पष्ट, पूरे खर्च की जानकारी पहले ही प्रदान करते हैं। इसके साथ ही दम्पतियों को वास्तविक तौर पर ट्रीटमेंट प्लान बनाने की सुविधा मिलती है। यह महत्वपूर्ण है कि आप एक ऐसा क्लिनिक चुनें जो प्रोसेस शुरू करने से पहले पूरी लागत निर्धारित कर दे और ट्रीटमेंट के दौरान उसमें बढ़ोतरी न करे। एक क्लिनिक जो एथिकल केयर पर जोर देता है, वह आपको कभी भी आश्चर्यजनक ऐड-ऑन से हैरान नहीं करेगा। बिलिंग पारदर्शिता ट्रीटमेंट पारदर्शिता जितनी ही महत्वपूर्ण है।
अनुभव और इंफ्रास्ट्रक्चर भी महत्वपूर्ण
अत्याधुनिक लैब्स, अप-टू-डेट डायग्नोस्टिक्स और अच्छी तरह से स्टॉक किए गए प्रोसिजर रूम्स के साथ हर तरह का बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर भी बेहद महत्वपूर्ण है। ये सब कुछ क्वालिटी फ़र्टिलिटी केयर के लिए बेहद जरूरी है और इस पूरे प्रोसेस की फाउंडेशन भी है। लेकिन, सिर्फ टेक्नोलॉजी ही सब कुछ नहीं करती है। एम्ब्रयोलॉजिस्ट्स और स्पेशलिस्ट्स के स्किल्स से ही सब कुछ बदल जाता है। डॉक्टरों से विस्तार से बात करें ताकि उनकी समझ और आपके प्रति ईमानदारी का पता लगाया जा सके। एक अच्छे क्लिनिक में अनुभवी, स्थिर, समर्पित कर्मचारी होने चाहिए, खास तौरपर एम्ब्रयोलॉजिस्ट्स, जिनका टेलेंट आईवीएफ साइकिल्स की सफलता के लिए आवश्यक है।
सफलता दर: सही प्रश्न पूछें
सफलता दर महत्वपूर्ण है, लेकिन उन्हें कभी भी एकमात्र विचार के प्वाइंट के तौर पर नहीं देखना चाहिए। यह पूछने के बजाय कि यह कितना हाई है, यह पूछें कि यह कितना सही और सटीक है। वास्तविक तथ्य सामने रखने वाले क्लीनिक प्रमाणिक सफलता दर प्रदान करेंगे – न कि उसको बढ़ा-चढ़ा कर पेश करेंगे। वे बताएंगे कि उम्र, डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट टाइप के आधार पर सफलता दर कैसे भिन्न होती है। ऐसे क्लीनिक खोजें जो केवल आंकड़ों और संख्याओं पर नहीं, बल्कि मरीज़ के भरोसे और क्लिनिक भरोसे का जश्न मनाते हों।
सही आईवीएफ क्लिनिक चुनना सिर्फ़ सफलता दर से कहीं ज़्यादा है – यह भरोसे, विशेषज्ञता और एक बेहतर और सपोर्टिव माहौल के बारे में है। इस बारे में अपना पूरा समय लें, हर संभव सवाल पूछें और ऐसा सेंटर चुनें जो आपकी ज़रूरतों को सबसे पहले रखता हो और एक बेहतर समाधान प्रदान करने की क्षमता भी रखता हो।