पीओपी: भारतीय थल सेना को उत्तर प्रदेश से मिले 45 अफसर

पीओपी: भारतीय थल सेना को उत्तर प्रदेश से मिले 45 अफसर
देहरादून।
इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर वतन की रक्षा के लिए मर मिटने की शपथ लेकर 319 युवा अफसर शनिवार को थलसेना का अभिन्न अंग बन गये हैं। इनमें सैनिक बहुल प्रदेश उत्तराखंड के 43 युवा सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। जबकि सबसे बड़े राज्य उप्र के 45 कैडेट पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बने हैं। वहीं दस मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट भी आईएमए से पास आउट होकर अपने—अपने देश की सेना में शामिल हो गये हैं। कुल मिलाकर परेड में देश—विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेटों ने शिरकत की। अब सेना को युवा अफसर देने वाली बारामासी नदी के रूप में पहचान रखने वाली सैन्य अकादमी के गौरवशाली इतिहास में देश—विदेश की सेना को 63 हजार 668 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों की सेना को मिले 224 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बतौर निरीक्षण अधिकारी गरिमामय परेड की सलामी ली। पासिंग आउट कोर्स के हरफनमौला जेंटलमैन कैडेट अनमोल गुरुंग प्रतिष्ठ्ति सोर्ड ऑफ ऑनर और ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। शनिवार सुबह को आईएमए के ड्रिल स्क्वायर पर आयोजित 149वें रेगूलर कोर्स व समानांतर कोर्सों की दीक्षांत परेड (पीआेपी) में कदमताल करते हुए 387 नौजवान पास आउट होकर बतौर सैन्य अधिकारी देश—विदेश की सेना में शामिल हो गये हैं। जेंटलमैन कैडेटों ने अकादमी का निशान झुकाकर सीडीएस जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी। पीओपी देखने के लिए कैडेटों के परिजन भी सीमित संख्या में अकादमी पहुंचे हुए थे। राष्ट्रपति ने अकादमी के समादेशक ले. जनरल हरिंदर सिंह व परेड कमांडर अनमोल गुरुंग के साथ परेड का निरीक्षण कर पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेटों से सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने सेना की मुख्यधार में शामिल हो रहे युवा अफसरों को शुभकामना दी। कहा कि वैश्विक स्तर पर भारतीय सेना की अपनी अलग पहचान है। सेना की इस परंपरा को बनाये रखने की जिम्मेदारी युवा अफसरों की है। कैडेट से सैन्य अधिकारी बनने जा रहे नौजवानों से पूरी निष्ठा, लग्न व समर्पण के साथ देश की सेवा करने का आह्वान भी उन्होंने किया। कहा कि यह समय अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। इसलिए हर क्षेत्र में पारंगता हासिल कर युवा अफसरों को चुनौतियों से पार पाना होगा। परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग व आेथ सेरेमनी में शिरकत करने के बाद सभी युवा बतौर लेफ्टिनेंट अपने—अपने देश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गये हैं। परेड के दौरान रिव्यूइंग आफिसर ने आईएमए में सैन्य प्रशिक्षण के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेटों को स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक प्रदान किए। भूटान के कैडेट सांगे फेनदेन दोरजी को श्रेष्ठ विदेशी कैडेट (बांग्लादेश ट्राफी) का पुरस्कार दिया गया। चैंपियन कंपनी कैरेन को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर प्रदान किया गया। उत्तराखंड के राज्यपाल ले. जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सेना की ट्रेनिंग कमान के जीआेसी ले. जनरल राज शुक्ला, डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल आलोक जोशी, प्रदेश के मुख्य सचिव डा. एसएस संधु, डीजीपी अशोक कुमार, जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार आदि भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
ये रहे पीओपी के सितारे
सोर्ड ऑफ ऑनरएकेडमी कैडेट एज्युडेंट अनमोल गुरुंग
स्वर्ण पदक एकेडमी कैडेट एज्युडेंट अनमोल गुरुंग
रजत पदकबटालियन अंडर आफिसर तुषार सपरा
कांस्य पदकबटालियन कैडेट एज्युडेंट आयुष रंजन
रजत पदक (टीजीसी)जूनियर अंडर आफिसर कुणाल चौबीसा
श्रेष्ठ विदेशी कैडेटसांगे फेनदेन दोरजी (भूटान)
सीआेएएस बैनरकैरेन कंपनी
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किस देश को कितने अफसर मिले
देशअफसर
भारत319
अफगानिस्तान 40
भूटान15
तजाकिस्तान5
श्रीलंका2
नेपाल1
मालद्वीव1
म्यांमार1
तंजानिया1
तुर्किमेनिस्तान 1
वियतनाम1