उत्तराखंड

स्व.अंकिता के परिवार में किसी को मिले सरकारी नौकरी: लालचंद शर्मा

देहरादून।
कांग्रेस देहरादून महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की पत्र भेजकर मांग कि अंकिता हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी का परिवार काफी गरीब है। अंकिता ही उनके परिवार का लालन पोषण का एक सहारा थी। अंकिता के ना रहने से उसके परिवार पर दुख का पहाड़ टूट गया है। अंकिता के पिताजी पहले किसान थे। अब वो भी कुछ नहीं करते हैं। जबकि अंकिता का भाई कंप्यूटर कोर्स कर रहा है। कुल मिलाकर अंकिता का परिवार काफी दुख के साथ आर्थिक मुसीबत को भी झेल रहा है। ऐसे में सरकार को अंकिता के परिवार की इस दुख की घड़ी में पूरी तरह से साथ खड़ा होना चाहिए। इसलिए कांग्रेस की मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मांग है कि स्वर्गीय अंकिता भंडारी के परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नोकरी दी जाए, ताकि अंकिता का परिवार अपनी आजीविका को चला सके। कांग्रेस का मानना है कि अंकिता का एक शुभचिंतक सहोयगी है, जिसे की अंकिता ने कुछ जानकारी दी थी। ऐसे में गवाह के तौर पर देखते हुए उक्त सहयोगी को सुरक्षा मुहैया करनी चाहिए। वहीं कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा का कहना है कि अब सबसे बड़ा विषय रिजोर्ट में साक्ष्यों को लेकर है। लेकिन इन सबके बीच जैसा कि समाचार पत्रों और इंटरनेट मीडिया से पता चला है कि आरोपियों के रिजोर्ट में जीसीबी चलाने के लिए पौड़ी डीएम और एसएसपी ने कोई आदेश नहीं दिये थे तो फिर कांग्रेस का सवाल है कि जीसीबी किसके आदेश पर चलाई गई। इसकी भी जांच होनी चाहिए। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा का साफ कहना है कि आरोपियों के रिजोर्ट से पूरे साक्ष्य जुटाने के बाद ही प्रशासन को रिजोर्ट को ध्वस्त करना था। कांग्रेस ने आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।

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