उत्तराखंड

अंकिता की हत्या के आरोपियों को मिले कड़ी से कड़ी सजा: लालचंद शर्मा

देहरादून।

अंकिता हत्याकांड को लेकर कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने रिसोर्ट में रात को जेसीबी चलाने पर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस का मानना है कि ऐसे तो रिजोर्ट के अंदर साक्ष्य नष्ट हो सकते हैं। जबकि यह सभी कार्रवाई रिजोर्ट से साक्ष्य जुटाने के बाद कि जानी थी। अंकिता हत्याकांड से जुड़े साक्ष्य जुटाने के बाद जाकर आरोपी के रिसोर्ट को पूरी तरह से ध्वस्त कर देना चाहिए था। वहीं इतनी देर बाद आरोपी पुलकित के भाई राज्य मंत्री अंकित आर्य के पद से हटाया तो वहीं दबाव में आई भाजपा को अंकित के पिता विनोद आर्य को पार्टी से निष्कासित करना पड़ा। जवकि ये काम तो अंकिता की हत्या का मामला सामने आने के बाद तत्काल कर दिया जाना था। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा का साफ कहना है कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की हत्या को लेकर जांच में शुरू से ही खानापूर्ति गई है। 6 दिन पहले जब अंकिता की गुमशुदगी का मामला राजस्व पुलिस में दर्ज करा दिया गया था तो आखिरकार क्यों 6 दिन बाद अंकिता की हत्या करने का मामला सामने आया। और अब अंकिता का शव चीला नहर से बरामद किया गया। क्योंकि अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों ने जगह जगह बवाल किया। तब जाकर आला अधिकारी हरकत में आए। कांग्रेस की मांग है कि इस पूरे मामले में सीधे तौर पर सबसे पहले राजस्व पुलिस की लापरवाही सामने आई है। इसमें बड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं कांग्रेस की मांग है कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा दिलायी जाए।

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