आईएफएटी इंडिया 2025 मुंबई में हुआ शुरू

- दीया मिर्ज़ा और श्रीकांत शिंदे ने जल और अपशिष्ट के स्थायी समाधान का आह्वान किया
- आईएफएटी इंडिया के 12वें संस्करण में वैश्विक नेतृत्वकर्ताओं, नीति निर्माताओं और उद्योग के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और सर्कुलर अर्थव्यवस्था एवं जल सुरक्षा पर बात की
मुंबई: जल, सीवेज, ठोस अपशिष्ट और रिसाइक्लिंग समाधानों के लिए देश के सबसे बड़े व्यापार मेले, आईएफएटी इंडिया के 12वें संस्करण की शुरुआत आज बॉम्बे एक्जीबिशन सेंटर (NESCO), मुंबई में हुई। यह आयोजन सस्टेनेबिलिटी पर आधारित विकास और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक मजबूत आधार तैयार कर रहा है। इसके उद्घाटन समारोह में दीया मिर्ज़ा और श्रीकांत शिंदे, केंद्र और राज्य सरकार के विभागों, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मिशनों तथा उद्योग संघों ने हिस्सा लिया।
दीया मिर्ज़ा ने भारत में स्वच्छ और सस्टेनेबल भविष्य के लिए सामूहिक कार्रवाई और इनोवेशन पर आधारित साझेदारियों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आईएफएटी इंडिया इस बात पर जोर देता है कि सस्टेनेबिलिटी कोई ट्रेंड नहीं, बल्कि हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। यह प्रेरणादायक है कि इस व्यापार मेले में विभिन्न विचार, इनोवेशन और इरादे एक ही छत के नीचे एकत्रित हुए हैं।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) की संयुक्त सचिव, रूपा मिश्रा ने कहा, “आईएफएटी इंडिया जैसे प्लेटफॉर्म शहरों के सस्टेनेबल विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। टेक्नोलॉजी प्रदाताओं, नीति निर्माताओं और शहरी प्रोफेशनल्स को एक साथ लाकर, यह प्लेटफॉर्म विचारों के आदान-प्रदान और साझेदारियों को मजबूत बनाने के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है ताकि शहरों को अधिक स्वच्छ, लचीला एवं रहने योग्य बनाने वाले समाधानों को तेजी से अपनाया जा सके।”
लोकसभा सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, “आईएफएटी इंडिया से प्रदर्शित होता है कि शहरी शासन में सस्टेनेबिलिटी को इंटीग्रेट करने में भारत ने कितनी दूरी तय कर ली है। अमृत 2.0 और स्वच्छ भारत मिशन जैसे अभियानों की मदद से शहर अनुपालन से इनोवेशन की ओर बढ़ रहे हैं, टेक्नोलॉजी, सर्कुलर इकोनॉमी अपना रहे हैं तथा समुदाय-संचालित परिवर्तन ला रहे हैं। आईएफएटी इंडिया जैसे प्लेटफॉर्म विश्व की सर्वोत्तम विधियों और स्थानीय प्रयासों को साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, ताकि ज्यादा स्वच्छ और संसाधन वाले शहरों की ओर भारत के सफर में तेजी लाई जा सके।”
भूपिंदर सिंह, प्रेसिडेंट आईएमईए, मेसे मुंशेन और सीईओ, मेसे मुंशेन इंडिया ने कहा, “आईएफएटी इंडिया जल, सीवेज, ठोस अपशिष्ट और रिसाइक्लिंग के लिए भारत के सबसे बड़े व्यापार मेले के रूप में लगातार विश्व में अपनी प्रासंगिकता को मजबूत कर रहा है। यह दुनिया में पर्यावरण की सबसे गंभीर समस्याओं को हल करने वाली टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन कर रहा है। यहाँ डिस्प्ले में सहयोग सबसे विशेष है, जिसके अंतर्गत भारत और इस क्षेत्र में स्वच्छ, स्मार्ट और अधिक सस्टेनेबल विकास संभव बनाने के लिए वैश्विक विशेषज्ञता और स्थानीय अवसर एक साथ मौजूद हैं।