उत्तराखंडदेहरादून

जब पैसा, डॉक्टर, उपकरण है; तो ऑपरेशन सर्जरी से परहेज क्यों

  • आपका मन तय नहीं कर सकता कि ऑपरेशन सर्जरी होंगी या नहींः डीएम
  • क्या यह हमारा विवेकाधीन अधिकार है या पेशेवर कर्तव्यः डीएम
  • जन खजाने से परवरिश की जाती है हमारी, डॉक्टर्स की, हम सबकी

देहरादून। जिलाधिकारी सविन बसंल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए गंभीर है, जिसके लिए जिलाधिकारी जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की निररंत समीक्षा कर रह है। जिलाधिकारी ने चिकित्सालयवार विशेषज्ञ चिकित्सकों का कार्य प्रदर्शन जांचा तथा  जिला चिकित्सालय कोरोनेशन, उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश, उप जिला चिकित्यालय विकासनगर, प्रेमनगर में कम आपरेशन तथा संस्थागत मरीजों की संख्या कम होने पर खाशी नाराजगी जाहिर करते हुए 15 दिन के भीतर सेवाओं में सुधार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कड़े शब्दों में कहा कि  आपका मन तय नही करेगा कि आपरेशन सर्जरी होंगी या नही, जब पैसा, डॉक्टर, उपकरण सब चिकित्सालय में मौजूद है तो फिर सर्जरी से परहेज क्यों किया जा रहा हे। उन्होंने कहा कि जन खजाने से ही हम सबकी परविश होती है, हम सभी को अपने-2 दायित्व पूर्ण तन्मयता से निर्वहन करने के लिए तैयार रहना है। उन्होंने चिकित्सालयों से विशेषज्ञ चिकित्सवार प्रदर्शन रिर्पाेट जांच कराने पर पाया कि आंकड़े चिकित्सालयों में उपलब्ध सुविधाओं से इतर है, इस पर उन्होंने 15 दिन के भीतर सुधार लाने के निर्देश दिए साथ ही चिकित्सालयों में सर्जरी आंकड़ा 15 मई तक जस्ट डबल करने के निर्देश दिए। प्रेमनगर  चिकित्सालय में 723 आपरेशन, जिनमें 205 मेजर आपरेशन है। विकासनगर चिकित्सालय में 426 आपरेशन जिनमें मेजर आपरेशन 219 शामिल है। की संख्या काफी कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने इसे बढाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कडे़ शब्दों में कहा कि आपरेशन कम होने तथा मरीजों कम आने का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से नही बचा जा सकता है। वहीं जिलाधिकारी ने चिकित्सालयों से चिकित्सालय में भर्ती मरीज, प्रसव, सिजेरियन, आपरेशन एवं रेफरल किए गए मरीजों कारण सहित समुचित विवरण तलब किया है।

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