उत्तराखंडदेहरादून

आर्यन स्कूल ने पृथ्वी दिवस पर आयोजित किया भाषण और बुलेटिन बोर्ड प्रतियोगिता

देहरादून: आर्यन स्कूल ने पृथ्वी दिवस के अवसर पर कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए अंतर-कक्षा अंग्रेज़ी भाषण प्रतियोगिता और बुलेटिन बोर्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया।

भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने ‘लेट्स बी नेचर’स फ्रेंड’, ‘आई लव नेचर’, ‘सेव द ओशन्स एंड सेव द सीज’ और ‘हिमालयन हार्ट, ग्रीन एंड स्ट्रॉन्ग!’ जैसी कविताओं को उत्साह और भावनात्मकता के साथ प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता का मूल्यांकन अंग्रेज़ी भाषा की शिक्षिका और शिक्षाविद् सोनिया भल्ला सिंधवानी द्वारा किया गया।

प्रतियोगिता में पहली कक्षा से जन्नत कौल नाहाल और वैष्णवी मेहता, दूसरी कक्षा से रिदांश शर्मा और जान्हवी भगत, तीसरी कक्षा से इनाया गुप्ता, चौथी कक्षा से रिशिता राजपूत, पांचवी कक्षा से निकू घोरबानी, छटी कक्षा से अन्वेशा बहुगुणा, सातवी कक्षा से अनन्या असवाल तथा आठवीं कक्षा से नंदिनी पंत ने अपनी प्रतिभा और प्रस्तुतिकरण से सभी को प्रभावित कर विजयी स्थान प्राप्त किया।

इसी क्रम में ‘मदर नेचर एंड प्रिवेंशन ऑफ अर्थ’ थीम पर आधारित बुलेटिन बोर्ड प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने सामूहिक रूप से कार्य करते हुए सुंदर और आकर्षक बोर्ड तैयार किए, जो न सिर्फ देखने में प्रभावशाली थे, बल्कि उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का गहरा संदेश भी दिया। प्रतियोगिता के निर्णायकों ने रचनात्मकता, थीम की प्रासंगिकता, दृश्य सौंदर्य और समूह में कार्य करने की क्षमता के आधार पर प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। विजेता कक्षाओं में कक्षा I B और II B (ग्रुप I), III A (ग्रुप II), V B (ग्रुप III), VIII A (ग्रुप IV), X B (ग्रुप V) और XII A (ग्रुप VI) शामिल रहीं।

इस अवसर पर प्रिंसिपल बी. दासगुप्ता ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “पृथ्वी दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हर छोटा प्रयास महत्वपूर्ण होता है। हमारे छात्रों ने अपनी वाणी और कल्पना शक्ति से यह सिद्ध कर दिया कि उनके भीतर बदलाव लाने की पूरी शक्ति है। उन्हें इस रूप में देखना बेहद गर्व की बात है कि वे जिम्मेदार वैश्विक नागरिक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”

उन्होंने छात्रों और शिक्षकों दोनों की प्रशंसा करते हुए यह भी कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न केवल रचनात्मकता को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि टीम वर्क और पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों का भी विकास करती हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button