फोनपे ने डेंगू और मलेरिया के लिए रुपये 59 प्रतिवर्ष से शुरू होने वाला किफायती बीमा प्लान लॉन्च किया
- यह 10 प्लस वेक्टर-जनित बीमारियों के लिए रुपये 1 लाख तक की बीमा राशि का कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज प्रदान करता है
नई दिल्ली। आज फोनपे ने अपने प्लैटफॉर्म पर मात्र रुपये 59 वार्षिक की दर से शुरू होने वाले नए डेंगू और मलेरिया इंश्योरेंस प्लान के लॉन्च की घोषणा की। यह किफायती हेल्थ कवरेज प्लान, वेक्टर और वायु जनित बीमारियों से होने वाले मेडिकल खर्चों के लिए सालभर का रुपये 1 लाख तक का कवरेज प्रदान करता है। यह इंश्योरेंस कवर यह भी सुनिश्चित करता है कि खास कर टियर 2 और टियर 3 शहरों के यूजर, पूरे साल ऐसी बीमारियों के कारण होने वाले अप्रत्याशित चिकित्सा खर्चों से वित्तीय रूप से सुरक्षित रहें।
यह प्लान फोनपे यूजर को मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, जापानी एन्सेफलाइटिस, स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, टाइफाइड, पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस और मेनिन जाइटिस सहित 10+ वेक्टर-जनित और वायु-जनित बीमारियों के खिलाफ व्यापक कवरेज प्रदान करती है। यह प्लान अस्पताल में भर्ती होने, बीमारियों जांच और आईसीयू में रहने के खर्च को कवर करता है। अन्य सीजनल प्लान की तरह यह सिर्फ मानसून तक सीमित नहीं है। यह पूरे साल के खर्च को कवर करता है और फोनपे यूजर के लिए पूरे साल की सुरक्षा और लगातार कवरेज सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, 100 प्रतिशत डिजिटल क्लेम प्रोसेस के साथ, तेजी से निपटान और एक आसान यूजर अनुभव सुनिश्चित करते हुए, फोनपे ऐप के माध्यम से यूजर क्लेम को तुरंत खरीद, मैनेज और क्लेम कर सकते हैं। यहां तक कि कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस रखने वाले कामकाजी पेशेवर भी इस कवरेज का लाभ ले सकते हैं क्योंकि यह अधिक विशिष्ट स्वास्थ्य जोखिमों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
इसके लॉन्च पर, फोनपे इंश्योरेंस ब्रोकिंग सर्विसेज के सीईओ, विशाल गुप्ता, ने कहा कि-फोनपे में, हम भी के लिए बीमा को आसान और कि फायती बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रोडक्ट का लॉन्च हमारे यूजर के लिए पूरे वर्ष व्यापक कवरेज प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस बीमा के जरिए हमारा उद्देश्य है कि हम अपने यूजर को उनके स्वास्थ्य से जुड़ी किसी समस्या का सामना करने के लिए आर्थिक रूप से सशक्त बनाना। हम चाहते हैं कि अपनी डिजिटल क्षमता के जरिए बीमा सुविधाओं से अछूते भारतीयों तक यह सुविधा पहुँचें और लाखों भारतीय अपने स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं से मुक्त हो सकें।